कोरोना वायरस क्या है ? क्यो पूरी दूनियाँ इससे डर रही है। कैसे ? कोरोना से आसानी से बचा जा सकता है।
सन्तो, महापुरूषो जी धन निरंकार जी और जो धन निरंकार को नही जानते, उनको मेरा हाथ जोड़कर नमस्कार स्वीकार हो ।
आज मैं आपको बहुँत ही खतरनाक वायरस के बारे मे बताऊंगा, जिसने आज पूरी दूनियाँ मे तहलका मचा रखा है, जिसका नाम है -- नोवल कोरोना वायरस है।
बीमारी का नाम--- कोविड-19 है।
वास्तव मे ये बिमारी उतनी भी खतरनाक नहीं है, जितनी हमे लोगो के द्वारा बताई गयी है। कुछ लोगो द्वारा हमे गलत जानकारी दी जाती है। गलत-गलत अफवाह फैलाई जाती है।
आज मै आपको इसके पिछे की करोनोलोजी को समझाता हूँ। कोई कहता है कि यह महामारी, धीरे-धीरे अपने आप खतम हो जायेगी, कोई कहता है कि तापमान (गर्मी) के बढने से ये खतम हो जायेगी और कोई कहता है कि ज्यादा सोना चाँदी पहनने से कोरोना वायरस खतम हो जायेगा। कुछ लोग तो यहाँ तक बोल रहे हैं कि दारू पीने से कोरोना वायरस खतम हो जाता है यानि दारू पीने वालो को एक ओर बहाना मिल गया। तो सन्तो, हिन्दी मे और आसान भाषा मे समझ लिजिये इसका टैकनिकल कारण क्या है ? वास्तविकता क्या है।
चूंकि यह वायरस मरा हुआ है और मरे हुऐ पर तापमान का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। परन्तु जैसे ही यह किसी व्यक्ति या जानवर के शरीर मे प्रवेश करता है तो यह अपने आप एक्टिव (जिन्दा) हो जाता है। और मानव शरीर की कोशिकाओं से अभिक्रिया करना शुरु कर देता है और कई गुना बढता चला जाता है, और अन्त मे म्रतयु हो जाती है।
सबसे जरूरी बात जो दिल को तसल्ली देने वाली है---
यह वायरस 5 स्टेज तक काम करता है और जिसमे से यह तीसरी स्टेज मे बहुँत तेजी से फैलता है और पाँचवी स्टेज मे आकर खतम हो जाता है। ये पाँचो स्टेज को पूरा होने मे लगभग तीन महीने लगते हैं, हमारे भारत मे अभी दूसरी स्टेज चल रही हैै और 1.5-2 महीने हुए है यानि अभी एक महीना और है, इस हिसाब से यह अप्रैल लास्ट तक अपने आप पूरी तरह खतम हो सकता है, तो इससे डरने की जरूरत नहीं है बस घर पे आराम करे, सरकार और WHO के निर्देशो पर घोर करते रहे।
सैनेटाईजर मास्क लगाने चाहिये या नहीं---
WHO (World Health Organisation) की एक रिपोर्ट के अनुसार हर व्यक्ति को मास्क लगाने की ज़रूरत नहीं है। मास्क केवल उसी व्यक्ति को लगाना है, जो इस रोग से पीड़ित है या जिसको खाँसी और जुकाम हुआ है।
क्योकि ऐसा व्यक्ति जब भी खासेगा तो उसके मुँह से थूक निकलेगा जो किसी के मुँह पे गिर सकता है और थूकने वाले व्यक्ति के थूक के वायरस दूसरे व्यक्ति मे प्रवेश कर सकते हैं।
और यदि उसका थूक किसी वस्तु पर लगा तो दूसरा व्यक्ति जैसे ही वस्तु को छूऐगा तो थूक के वायरस हाथ पे लगेगें और फिर उन्ही हाथो से वो आँख, नाक और मुँह को छूऐगा तो वायरस आ सकता है।
बाकि, अगर कोई मास्क लगाना चाहता है तो लगा सकता है।
अतः जो व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित है उसको ही मास्क लगाने की जरूरत है। बाकि को नहीं।
तो इस तरह से यह वायरस एक व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति के संपरक मे आने पर फैलता है। इसके फैलने की दर इतनी तेज है कि एक व्यक्ति अगर संक्रमित है और वो दिन मे 50 लोगो से मिलता है तो उन सभी 50 लोगो को संक्रमण हो सकता है।
इसी वजह से भारत मे एक हफ्ते मे 244 मरीज बढ गये हैं।
सरकार ने आपातकाल की घोषणा कर दी है।
सभी स्कूल, कोलिज, सिनेमाघर, मन्दिर और पर्यटक स्थल आदि सभी बन्द कर दिये हैं।
तो इस प्रकार सन्तो, भक्तो नोवल कोरोना वायरस आज विश्व के लगभग 140 देशो मे फैल चुका है जिसमे भारत भी शामिल है और यह भी सच है कि आज तक इसका इलाज सम्भव नहीं हुआ है।
आज की डेट मे पूरे विश्व मे लगभग 7987 मोत हो चुकी हैं।
जिसमे से चिन मे 3271, ईटली मे 2503, ईरान मे 988, स्पेन मे 533, फ्रांस मे 175, अमेरिका मे 115 और भारत मे सबसे कम 05 मौत हुई हैं।
अभी तक भारत की बात करे तो लगभग 172 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
यह पूरी दुनियाँ मे बहुँत तेजी से फैल रहा है।
यह खतरनाक तो है, पर जो लोग बोल रहे हैं कि तापमान के बढने से यह खतम हो जायेगा तो उनको मै याद दिला दूं कि भारत मे सबसे पहले जो इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति मिला था वो केरला का था, चूंकि केरला अपने आप मे गर्म राज्य है तो कैसे हो गया ? गर्मी मे कैसे आ गया ?
कोरोना वायरस कहाँ से आया-
इसके पैदा होने के और फैलने के लोगो की अलग-अलग राय है कुछ लोग कहते हैं कि यह चमगादड़ से आया है, कुछ् लोग कहते हैं कि सापं को मारकर खाने से आया है और कुछ वैज्ञानिक बोलते हैं कि यह चीन की लैब से निकला है। परन्तु अभी तक इसकी वैज्ञानिक पुष्टि नहीं हो पाई है। ज्यादातर लोगो का मानना है कि चीन की लैब मे जब डॉकटरस की टीम रिसर्च कर रही थी तब काफी टाईम से लैब मे रिसर्च के लिये रखी एक चमगादड़ ने टीम के किसी सदस्य को काट लिया, तब चमगादड़ से यह वायरस व्यक्ति मे आया।
तो पहली बार दिसम्बर 2019 मे चीन के वुहागं शहर मे पहला कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति मिला।
जिस वैज्ञानिक ने इस वायरस को सबसे पहले देखा था उसकी भी इसी वायरस से मृत्यु हो चुकी है जबकि चीन ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है।
अब यह विश्व की सबसे खतरनाक बीमारियों मे से एक है, पर इससे डरने की जरूरत नहीं है। इसका सभी व्यक्तियों पर प्रभाव पड़ना जरूरी नहीं है।
कोरोना वायरस से हमे क्यो नहीं डरना है--
कोरोना वायरस से हमे नहीं डरना चाहिए क्योकि कोरोना की बजह से अब तक जीतनी भी मौतें हुई हैं उन सबकी उम्र 65 वर्ष से ऊपर थी। इसका सीधा सा मतलब ये हुआ कि यह वायरस किसी भी व्यक्ति के अन्दर प्रवेश तो कर सकता है, परन्तु जान सिर्फ 65 वर्ष के ऊपर वाले व्यक्ति की ही ले सकता है।
इसका मतलब यह हुआ कि जिन लोगो को पहले से कोई ना कोई गंभीर बिमारी है या जिनके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम है अर्थात उनको आसानी से कोई भी बिमारी लग जाती है, तो ऐसे लोगो के बचने के चांस कम हो सकते हैं।
बाकि जिन लोगो को पहले से कोई बिमारी नहीं लगी है या जिनकी प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है उनको इस बिमारी से कोई नुक़सान नहीं है, अर्थात उनमे इस वायरस का आना आसान नही है और वो जल्दी ठीक हो सकते हैं।
इसका सीधा सा आशय है कि जो नौजवान हैं उनको इस बिमारी से कम खतरा है।
फिर भी इससे बचना बहुँत जरूरी है ।
क्या हैंं लक्षण कोरोना वायरस के--
जिस व्यक्ति को यह महामारी हो जाती है तो उसमे निम्न लक्षण दिखाई देते हैं-
1, सर मे दर्द,
2, बुखार
3, खासी और जुकाम,
4, साँस लेने मे तकलीफ,
5, शरीर मे थकावट
अतः जिस भी व्यक्ति मे ये लक्षण दिखाई दे, उसको अपना तुरन्त चेकअप कराना चाहिए।
ईलाज और बचाव के उपाय----
वैसे तो अभी तक इसकी कोई दवाई नही बनी है पर खूद से ही इसको होने से रोका जा सकता है।
WHO ने इससे बचाव के निम्न उपाय बतायें हैं-
(1) हाथो को बार- बार साबुन से धोते रहे।
(2) चेहरे को हाथो से ना छुए जैसे आंख, नाक और मुँह इत्यादि।
(3) भीड़ भाड़ वाले इलाके मे जाने से बचे जैसे- मार्केट, सिनेमाहाल, बस, ट्रेन, माल इत्यादि।
(4) दूसरे देशों मे जाने से बचे । घर मे रहे अपने परिवार के साथ।
(5) जिनको लोगो को खाँसी और जुकाम है उनसे एक या दो मीटर की दूरी बनाकर रखें।
(6) मांस का प्रयोग ना करे।
(7) किसी से हाथ ना मिलाए।
(8) नोटों और पैसो के लेन-देन से बचे। यानि अनावश्यक नोटों को ना छूए।
तो इस प्रकार हम कोरोना वायरस से अपना बचाव कर सकते हैं। अपनी सुरक्षा अपने हाथो मे है। ज्यादा डरने और घबराने की जरूरत नहीं है।
निरंकार का सुमिरन करते रहे। हमेशा इसको याद करते रहें, इसका गुणवान करते रहें।
सेवा करोना,
सुमिरन करोना,
सतसगं करोना।
धन निरंकार जी।
हमेशा खुश रहे किसी की गलत बातो पर ध्यान ना दे ।
कोरोना वायरस के बारे मे जो हमने बताया है वो शत प्रतिशत सही है। तो अगर जानकारी अच्छी लगी तो सभी को शेयर कर देना।
कोई सुझाव हो तो अपने कमंट जरूर करे।
आज मैं आपको बहुँत ही खतरनाक वायरस के बारे मे बताऊंगा, जिसने आज पूरी दूनियाँ मे तहलका मचा रखा है, जिसका नाम है -- नोवल कोरोना वायरस है।
बीमारी का नाम--- कोविड-19 है।
वास्तव मे ये बिमारी उतनी भी खतरनाक नहीं है, जितनी हमे लोगो के द्वारा बताई गयी है। कुछ लोगो द्वारा हमे गलत जानकारी दी जाती है। गलत-गलत अफवाह फैलाई जाती है।
आज मै आपको इसके पिछे की करोनोलोजी को समझाता हूँ। कोई कहता है कि यह महामारी, धीरे-धीरे अपने आप खतम हो जायेगी, कोई कहता है कि तापमान (गर्मी) के बढने से ये खतम हो जायेगी और कोई कहता है कि ज्यादा सोना चाँदी पहनने से कोरोना वायरस खतम हो जायेगा। कुछ लोग तो यहाँ तक बोल रहे हैं कि दारू पीने से कोरोना वायरस खतम हो जाता है यानि दारू पीने वालो को एक ओर बहाना मिल गया। तो सन्तो, हिन्दी मे और आसान भाषा मे समझ लिजिये इसका टैकनिकल कारण क्या है ? वास्तविकता क्या है।
चूंकि यह वायरस मरा हुआ है और मरे हुऐ पर तापमान का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। परन्तु जैसे ही यह किसी व्यक्ति या जानवर के शरीर मे प्रवेश करता है तो यह अपने आप एक्टिव (जिन्दा) हो जाता है। और मानव शरीर की कोशिकाओं से अभिक्रिया करना शुरु कर देता है और कई गुना बढता चला जाता है, और अन्त मे म्रतयु हो जाती है।
सबसे जरूरी बात जो दिल को तसल्ली देने वाली है---
यह वायरस 5 स्टेज तक काम करता है और जिसमे से यह तीसरी स्टेज मे बहुँत तेजी से फैलता है और पाँचवी स्टेज मे आकर खतम हो जाता है। ये पाँचो स्टेज को पूरा होने मे लगभग तीन महीने लगते हैं, हमारे भारत मे अभी दूसरी स्टेज चल रही हैै और 1.5-2 महीने हुए है यानि अभी एक महीना और है, इस हिसाब से यह अप्रैल लास्ट तक अपने आप पूरी तरह खतम हो सकता है, तो इससे डरने की जरूरत नहीं है बस घर पे आराम करे, सरकार और WHO के निर्देशो पर घोर करते रहे।
सैनेटाईजर मास्क लगाने चाहिये या नहीं---
WHO (World Health Organisation) की एक रिपोर्ट के अनुसार हर व्यक्ति को मास्क लगाने की ज़रूरत नहीं है। मास्क केवल उसी व्यक्ति को लगाना है, जो इस रोग से पीड़ित है या जिसको खाँसी और जुकाम हुआ है।
क्योकि ऐसा व्यक्ति जब भी खासेगा तो उसके मुँह से थूक निकलेगा जो किसी के मुँह पे गिर सकता है और थूकने वाले व्यक्ति के थूक के वायरस दूसरे व्यक्ति मे प्रवेश कर सकते हैं।
और यदि उसका थूक किसी वस्तु पर लगा तो दूसरा व्यक्ति जैसे ही वस्तु को छूऐगा तो थूक के वायरस हाथ पे लगेगें और फिर उन्ही हाथो से वो आँख, नाक और मुँह को छूऐगा तो वायरस आ सकता है।
बाकि, अगर कोई मास्क लगाना चाहता है तो लगा सकता है।
अतः जो व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित है उसको ही मास्क लगाने की जरूरत है। बाकि को नहीं।
तो इस तरह से यह वायरस एक व्यक्ति का दूसरे व्यक्ति के संपरक मे आने पर फैलता है। इसके फैलने की दर इतनी तेज है कि एक व्यक्ति अगर संक्रमित है और वो दिन मे 50 लोगो से मिलता है तो उन सभी 50 लोगो को संक्रमण हो सकता है।
इसी वजह से भारत मे एक हफ्ते मे 244 मरीज बढ गये हैं।
सरकार ने आपातकाल की घोषणा कर दी है।
सभी स्कूल, कोलिज, सिनेमाघर, मन्दिर और पर्यटक स्थल आदि सभी बन्द कर दिये हैं।
तो इस प्रकार सन्तो, भक्तो नोवल कोरोना वायरस आज विश्व के लगभग 140 देशो मे फैल चुका है जिसमे भारत भी शामिल है और यह भी सच है कि आज तक इसका इलाज सम्भव नहीं हुआ है।
आज की डेट मे पूरे विश्व मे लगभग 7987 मोत हो चुकी हैं।
जिसमे से चिन मे 3271, ईटली मे 2503, ईरान मे 988, स्पेन मे 533, फ्रांस मे 175, अमेरिका मे 115 और भारत मे सबसे कम 05 मौत हुई हैं।
अभी तक भारत की बात करे तो लगभग 172 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
यह पूरी दुनियाँ मे बहुँत तेजी से फैल रहा है।
यह खतरनाक तो है, पर जो लोग बोल रहे हैं कि तापमान के बढने से यह खतम हो जायेगा तो उनको मै याद दिला दूं कि भारत मे सबसे पहले जो इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति मिला था वो केरला का था, चूंकि केरला अपने आप मे गर्म राज्य है तो कैसे हो गया ? गर्मी मे कैसे आ गया ?
कोरोना वायरस कहाँ से आया-
इसके पैदा होने के और फैलने के लोगो की अलग-अलग राय है कुछ लोग कहते हैं कि यह चमगादड़ से आया है, कुछ् लोग कहते हैं कि सापं को मारकर खाने से आया है और कुछ वैज्ञानिक बोलते हैं कि यह चीन की लैब से निकला है। परन्तु अभी तक इसकी वैज्ञानिक पुष्टि नहीं हो पाई है। ज्यादातर लोगो का मानना है कि चीन की लैब मे जब डॉकटरस की टीम रिसर्च कर रही थी तब काफी टाईम से लैब मे रिसर्च के लिये रखी एक चमगादड़ ने टीम के किसी सदस्य को काट लिया, तब चमगादड़ से यह वायरस व्यक्ति मे आया।
तो पहली बार दिसम्बर 2019 मे चीन के वुहागं शहर मे पहला कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति मिला।
जिस वैज्ञानिक ने इस वायरस को सबसे पहले देखा था उसकी भी इसी वायरस से मृत्यु हो चुकी है जबकि चीन ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है।
अब यह विश्व की सबसे खतरनाक बीमारियों मे से एक है, पर इससे डरने की जरूरत नहीं है। इसका सभी व्यक्तियों पर प्रभाव पड़ना जरूरी नहीं है।
कोरोना वायरस से हमे क्यो नहीं डरना है--
कोरोना वायरस से हमे नहीं डरना चाहिए क्योकि कोरोना की बजह से अब तक जीतनी भी मौतें हुई हैं उन सबकी उम्र 65 वर्ष से ऊपर थी। इसका सीधा सा मतलब ये हुआ कि यह वायरस किसी भी व्यक्ति के अन्दर प्रवेश तो कर सकता है, परन्तु जान सिर्फ 65 वर्ष के ऊपर वाले व्यक्ति की ही ले सकता है।
इसका मतलब यह हुआ कि जिन लोगो को पहले से कोई ना कोई गंभीर बिमारी है या जिनके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम है अर्थात उनको आसानी से कोई भी बिमारी लग जाती है, तो ऐसे लोगो के बचने के चांस कम हो सकते हैं।
बाकि जिन लोगो को पहले से कोई बिमारी नहीं लगी है या जिनकी प्रतिरोधक क्षमता अच्छी है उनको इस बिमारी से कोई नुक़सान नहीं है, अर्थात उनमे इस वायरस का आना आसान नही है और वो जल्दी ठीक हो सकते हैं।
इसका सीधा सा आशय है कि जो नौजवान हैं उनको इस बिमारी से कम खतरा है।
फिर भी इससे बचना बहुँत जरूरी है ।
क्या हैंं लक्षण कोरोना वायरस के--
जिस व्यक्ति को यह महामारी हो जाती है तो उसमे निम्न लक्षण दिखाई देते हैं-
1, सर मे दर्द,
2, बुखार
3, खासी और जुकाम,
4, साँस लेने मे तकलीफ,
5, शरीर मे थकावट
अतः जिस भी व्यक्ति मे ये लक्षण दिखाई दे, उसको अपना तुरन्त चेकअप कराना चाहिए।
ईलाज और बचाव के उपाय----
वैसे तो अभी तक इसकी कोई दवाई नही बनी है पर खूद से ही इसको होने से रोका जा सकता है।
WHO ने इससे बचाव के निम्न उपाय बतायें हैं-
(1) हाथो को बार- बार साबुन से धोते रहे।
(2) चेहरे को हाथो से ना छुए जैसे आंख, नाक और मुँह इत्यादि।
(3) भीड़ भाड़ वाले इलाके मे जाने से बचे जैसे- मार्केट, सिनेमाहाल, बस, ट्रेन, माल इत्यादि।
(4) दूसरे देशों मे जाने से बचे । घर मे रहे अपने परिवार के साथ।
(5) जिनको लोगो को खाँसी और जुकाम है उनसे एक या दो मीटर की दूरी बनाकर रखें।
(6) मांस का प्रयोग ना करे।
(7) किसी से हाथ ना मिलाए।
(8) नोटों और पैसो के लेन-देन से बचे। यानि अनावश्यक नोटों को ना छूए।
तो इस प्रकार हम कोरोना वायरस से अपना बचाव कर सकते हैं। अपनी सुरक्षा अपने हाथो मे है। ज्यादा डरने और घबराने की जरूरत नहीं है।
निरंकार का सुमिरन करते रहे। हमेशा इसको याद करते रहें, इसका गुणवान करते रहें।
सेवा करोना,
सुमिरन करोना,
सतसगं करोना।
धन निरंकार जी।
हमेशा खुश रहे किसी की गलत बातो पर ध्यान ना दे ।
कोरोना वायरस के बारे मे जो हमने बताया है वो शत प्रतिशत सही है। तो अगर जानकारी अच्छी लगी तो सभी को शेयर कर देना।
कोई सुझाव हो तो अपने कमंट जरूर करे।
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