क्या लोकडाउन ही है कोरोना को रोकने का एकमात्र उपाय है ? जानिऐ विश्व के सभी एक्सपर्ट्स की राय और मेरी खुद की राय भी।
सन्तो- महापुरूषो जी धन निरंकार जी और जो धन निरंकार को नही जानते हैं, उनको मेरा हाथ जोड़कर नमस्कार स्वीकार हो।
(सतगुरु माता सुदिक्षा सविदंर हरदेव सिंह जी महाराज जी)
आज हम सभी बहुँत ही खतरनाक वायरस, कोरोना वायरस से जूझ रहे हैं। आज पूरे विश्व मे कोरोना पीड़ितों की संख्या जहाँ 30 लाख से ऊपर पहुँच गयी है, और 2 लाख से ऊपर की मोत हो चुकी है, वहीं भारत मे भी 31000 से अधिक बिमार पड़ चुके हैं और लगभग 1000 से ऊपल की मोत हो चुकी है।
एक तरफ जहाँ पूरी दूनियाँ इससे बचने का उपाय खोज रही है वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान और उत्तर कोरिया जैसें देश मिसाइल का परिक्षण करने मे लगे है। यहाँ मै किसी देश की निन्दा नहीं कर रहा हूँ पर जब इनके देश मे भी लोग इस बिमारी से मर रहे हैं, क्योकि पाकिस्तान मे तो भारत से भी ज्यादा संक्रमित लोग हैं तो क्या इनको भी लोगो की नहीं बचाना चाहिए।
खैर छोड़िये, सवाल ये नहीं है कि वो देश क्या कर रहें हैं? बल्कि सवाल ये है कि हम क्या कर रहे हैं, हम कितना अपने आप को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या हमारे देश मे लोकडाउन ही एकमात्र उपाय है? कोरोना से लड़ने का या इससे भी ज्यादा अभी कुछ ओर करने की जरूरत है।
इससे ज्यादा और हम क्या कर सकते हैं? आगे की क्या प्लानिंग कर सकते हैं? क्या केवल लोकडाउन से ही कोरोना का खातमा हो सकता है? क्या गारंटी है कि लोकडाउन से कोरोना का वायरस शत - प्रतिशत समाप्त हो जायेगा।
आइये देखते हैं कि विश्व के विद्वानों की राय और मेरा खुद का ओपिनियन क्या है इस पर ?
21 दिन का लोकडाउन---
आज हमारे देश के प्रधानमंत्री जी द्वारा 21 दिन का लोकडाउन किया गया है ये कदम कोरोना को रोकने के लिए बिल्कुल सराहनीय और सही है । दोस्तो, 21 दिन के लोकडाउन से हम संक्रमित लोगो को पकड़ तो सकते हैं और उनका इलाज भी कर सकते हैं, परन्तु यदि 21 दिन के लोकडाउन के बावजूद भी इस वायरस को रोकने मे नाकाम रहे तो आगे का मंज़र इससे भी कहीं ज्यादा खौफ़नाक हो सकता है। चूंकि यह वायरस मैटल या किसी वस्तु पे लगने के बाद भी हमारे हाथ पे लगने के बाद मुँह, आँख और नाक के रास्ते से हमारे शरीर मे प्रवेश करता है तो इस आधार पे लोगो को तो हम पकड़ कर बचा सकते हैं, परन्तु कहीं ना कहीं उसके स्पोट या निशान रह जायेंगें जो हमे बाद मे परेशान कर सकते हैं।
तो इस प्रकार 21 के दिन के लोकडाउन के अन्तर्गत भारत को क्या करना पड़ेगा। कैसे 21 दिन के समय को यूज करना है सरकार को? क्या वो तैयारी हो सकती है समझिये-
1. (Build Hospitals) हॉस्पिटल बनाना---
आज 21 दिन के लोकडाउन का सरकार सिर्फ अच्छे कामो को लिये प्रयोग कर सकती है । इनमे से एक है कि सरकार को ज्यादा हॉस्पिटल बनाने पडेंगे।
ज्यादा बैड डालने पडेंगे क्योकि 21 दिन बाद जैसे भारत खुलेगा तब फिर से वायरस फैल सकता है चूंकि यह दर बहुँत तेज हो सकती है इसलिये हमे बहुँत सारे बैड तैयार करने पडेंगे। आज चीन मेडिकल के क्षेत्र मे भारत से बहुँत आगे है फिर भी उसे बहुँत सारे हॉस्पिटल बनाने पड़े। चीन ने रातो रात 16 हॉस्पिटल बना लिये थे जिनमे लगभग 13,000 बैड की क्षमता थी और लगभग एकसाथ 12,000 लोगो का एक साथ इलाज भी किया गया।
(Hospital in China) (Pic Source- Google)
तो भारत को चीन से सीख लेनी पड़ेगी कि इतनी अच्छी डाॅक्टर की टीम, इतना सारा स्टाफ होने की बजह से ही 5th स्टेज मे कोरोना को मात दे दी।
अमेरिका ने खूले मे ही टेन्ट लगाकर और बैड बिक्षाकर हॉस्पिटल तैयार कर लिये।
(Hospital in China)
इटली ने भी जहाँ ज्यादा मामले दिखाई दिये वहीं पर हॉस्पिटल बनाने शुरू कर दिये।
तो भारत को इसके लिये तैयार रहना पड़ेगा। डाॅक्टर बढाने पडेंगे, नर्स स्टाफ बढाना पड़ेगा और सबकी अच्छे से ट्रेनिंग करानी पड़ेगी।
इन सबके बाद बहुँत सारे बैड वाले हॉस्पीटल बनाने पड़ेगे जिससे भविष्य मे सभी को आसानी से कोरोनटाईन किया जा सके।
2.Ventilators (वेंटिलेटर)---
कभी-कभी हमने सुना होगा कि किसी मरीज को वेंटिलेटर मे रखा गया है। जी हाँ ये वहीं वेंटिलेटर है। क्या होता है ये ?
दरअसल यह एक प्रकार उपकरण होता है जो मरीज को इमरजेन्सी मे ऑक्सीजन आदि की आपूर्ति करता है।
इसकी हमारे देश को बहुँत जरूरत पड़ेगी । चूंकि कोविड-19 बिमारी मे साँस फूलने की समस्या ज्यादा बढ जाती है जिससे उसको वेंटिलेटर मे रखा जाता है और यह उपकरण फेफड़ों मे ऑक्सीजन की आपूर्ति करा देता है जिससे मरीज लम्बे समय तक जीवित रह सकता है।
(Ventilator)
हमे चीन से सीख लेनी चाहिए कि एक समय था 3rd स्टेज मे जब चीन मे एक-एक दिन मे बीस- बीस हजार केस आए थे, तो इतने सारे लोगो को एक साथ वेंटिलेटर देना अपने आप मे महाभारत था फिर भी उन्होंने कोशिश की। आज उनके पास इतने वेंटिलेटर हैं कि वो दूसरें देशो को सप्लाई कर रहे हैं।
आज इटली की भी इतनी बुरी दशा है कि वहाँ की सरकार ने उत्तरी इटली के लिये बोल दिया कि 60 वर्ष से ऊपर वालो को वेंटिलेटर नहीं मिलेगा।
( Ventilator in China)
आज के समय मे सबसे ज्यादा केस लगभग एक लाख इटली से आ रहे हैं और प्रति दिन 500-600 से ज्यादा लोग मर रहें हैं क्यो? क्योकि उनके पास वेंटिलेटर नहीं बचे हैं। प्रति दिन केश ही इतने आ रहे हैं।
तो देख लिजिये मेडिकल के क्षेत्र मे दूनियाँ मे दूसरे नम्बर के देश इटली की ये हालत है, सबको वहां पे वेंटिलेटर भी नशीब नहीं हो रहें हैं।
अतः भारत के हालात तो इटली से बहुँत कमजोर है। तो भारत को सबसे पहले वेंटिलेटर बढाने पडेंगे और इसके साथ-साथ सभी स्टाफ को इन वेंटिलेटर को 24×7 घन्टे यूज भी करने आने चाहिए। सभी स्टाफ को अच्छे से ट्रेनिंग देनी पड़ेगी।
3.(Personal Protective Equipment ) (PPE) --स्वयं के बचाव के उपकरण----
इसको शोर्ट मे PPE भी बोलते हैं यह शब्द अभी ट्वीटर पे ट्रेडं भी कर रहा था । क्या है ये?
दरअसल जो डाॅक्टर और स्टाफ कोरोना वायरस वाले मरीजो का इलाज करते हैं तो उनको खुद के बचाव के लिये कुछ उपकरण दिये जातें हैंं जैसे- एपरेन ( Dress), हाथ के दस्ताने, सैनेटाईजर मास्क, आँखो पे लगाने वाला चस्मा और हाथ धोने के लिये सैनेटाईजर आदि।
( Staff with PPE )
तो ये सारे उपकरण हर स्टाफ पर आवश्यक मात्रा मे होने चाहिए।
कभी-कभी हम देख रहे हैं जो डाॅक्टर मरीज का इलाज कर रहे है उन्ही मे कोरोना वायरस फैल जा रहा है। आज विश्व मे लगभग 1000 से ज्यादा डाॅक्टर और स्टाफ ही कोरोना से संक्रमित हो गये हैं वो भी सिर्फ PPE की आवश्यक मात्रा ना होने पर।
जिनमे से लगभग 50 डाॅक्टर और नर्स की मोत हो चुकी है।
चूंकि उपकरण कम होने की वजह से डॉक्टर उन्ही उपकरणों को बार-बार यूज कर रहे हैं जो खतरनाक हो सकता है और कभी-कभी तो बिना इनके भी काम कर रहे हैं।
तो आज भारत को इस बात पे घोर करना होगा कि क्या स्वयं के बचाव के उपकरण हमारे पास आवश्यक मात्रा मे हैंं या नहीं। हमारे यहाँ इनकी बहुँत कमी है। अभी कुछ ही दिन पहले एक रिपोर्ट मे ओल इंडिया अस्पताल दिल्ली के एक डाॅक्टर ने भारत सरकार से विनती की है कि हमे पर्याप्त मात्रा मे PPE उपलब्ध करायें जायें। जिससे डाॅक्टर और स्टाफ संक्रमित ना हो सके।
5. टैस्ट (Checkup) ---
ये सबसे जरूरी फैक्टर है। जितने ज्यादा प्रति दिन टेस्ट होंगे उतनी जल्दी इस बिमारी पे पकड़ बनेगी।
दक्षिण कोरिया मे चीन के बाद सबसे तेजी से यह वायरस फैला था पर उन्होंने टैस्ट किट की बजह से एक-एक दिन मे कई-कई हजार टेस्ट किये जिससे दक्षिण कोरिया ने इससे जल्दी निजात पा ली।
(Chechup Kit )
रूस ने भी यही किया उसने भी अपनी टैस्ट करने की स्पीड बढाई और एक दिन मे दस से बीस हजार लोगो का टेस्ट किया। आज उसने भी पूरी तरह से पकड़ बना ली है।
भारत को इन देशो से सीख लेनी पड़ेगी और ज्यादा से ज्यादा किट द्वारा लोगो का टैस्ट करना पड़ेग।
जितने ज्यादा लोगो का टैस्ट होगा उतना ही इस बिमारी के फैलने के चांस कम होगें।
इस बिमारी का 3-4 दिन तक कुछ पता नहीं लगता है और संक्रमित व्यक्ति इतने दिन मे बहुँत सारे लोगो से मिल लेता है। तो एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर इस बिमारी को जड़ से खतम करना है तो बहुँत तेजी से टेस्ट करने पडेंगे।
6. Isolation ward ( एकान्तपन वाले वार्ड )--
जिन देशो ने कोरोना वायरस को फैलने से काफी हद तक रोक लिया है। उन्होंने बहुँत ज्यादा और बहुँत तेजी से आइसोलेशन वार्ड बनाये।
चीन मे आज कोई नया लोकल केस नहीं आ रहा है।
क्योकि उसने जहाँ पे ज्यादा संक्रमित लोग मिले वहीं पे आइसोलेशन वार्ड बना दिये और वहीं पर उनका इलाज करना शुरु कर दिया।
(Isolation Ward)
इटली भी यही कर रहा अब। अमेरिका भी यही कर रहा। भारत ने भी कुछ आइसोलेशन वार्ड बना लिये हैं पर अभी इससे भी ज्यादा बनाने पडेंगे। जहाँ भी कोई व्यक्ति संक्रमित मिले वहीं पे वार्ड बनाने पडेंगे।
# सीख (Lession )--
आज दुनिया की बर्बादी से हमे सीखना पड़ेग। हमे ये देखना पड़ेगा कि कहाँ किस देश ने क्या कमी की और हम उसे कैसे सुधार सकते हैं।
चूंकि हमारे पास चीन, अमेरिका, स्पेन, इटली आदि देशो जैसी मेडिकल सुविधा नहीं है, जब इन देशो का इतना बुरा हाल हो रहा तो हमारा क्या होगा ? ये कोई नहीं जानता है।
तो कोरोना वायरस को रोकने के लिये जरूरत है ठोस कदम उठाने की। अपनी व्यवस्था सुधारने की।
लोकडाउन करने से कोरोना को भगाने की शुरुआत तो हो गई है परन्तु यह सरकार के लिये एकमात्र उपाय नहीं है।
ये लोकडाउन प्रत्येक नागरिक के बचाव के लिये तो पर राष्ट्रीय मुद्दे से देखें तो अभी इससे और ज्यादा कड़े कदम उठाने की जरूरत है और वो सब सम्भव है इन्ही 21 दिन मे।
अतः सभी नागरिक अगर जीवन चाहते हैं तो कृपया अपने घर पे रहे। क्योकि वायरस की फैलने की चेन को तोड़ना आवश्यक है वो हम तभी कर सकते हैं जब हम घर पे रहेंगे।
कोरोना का मतलब भी यही है---
को- कोई
रो- रोड पर
ना- ना निकले।
इस प्रकार जानकारी अगर अच्छी लगी तो सभी ग्रुप मे सेयर कर देना और अपने कमंट भी जरूर साझा करे और कोई सुझाव हो तो हमें जरूर बताये।
धन निरंकार जी।
धन्यवाद।
(सतगुरु माता सुदिक्षा सविदंर हरदेव सिंह जी महाराज जी)
आज हम सभी बहुँत ही खतरनाक वायरस, कोरोना वायरस से जूझ रहे हैं। आज पूरे विश्व मे कोरोना पीड़ितों की संख्या जहाँ 30 लाख से ऊपर पहुँच गयी है, और 2 लाख से ऊपर की मोत हो चुकी है, वहीं भारत मे भी 31000 से अधिक बिमार पड़ चुके हैं और लगभग 1000 से ऊपल की मोत हो चुकी है।
एक तरफ जहाँ पूरी दूनियाँ इससे बचने का उपाय खोज रही है वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान और उत्तर कोरिया जैसें देश मिसाइल का परिक्षण करने मे लगे है। यहाँ मै किसी देश की निन्दा नहीं कर रहा हूँ पर जब इनके देश मे भी लोग इस बिमारी से मर रहे हैं, क्योकि पाकिस्तान मे तो भारत से भी ज्यादा संक्रमित लोग हैं तो क्या इनको भी लोगो की नहीं बचाना चाहिए।
खैर छोड़िये, सवाल ये नहीं है कि वो देश क्या कर रहें हैं? बल्कि सवाल ये है कि हम क्या कर रहे हैं, हम कितना अपने आप को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या हमारे देश मे लोकडाउन ही एकमात्र उपाय है? कोरोना से लड़ने का या इससे भी ज्यादा अभी कुछ ओर करने की जरूरत है।
इससे ज्यादा और हम क्या कर सकते हैं? आगे की क्या प्लानिंग कर सकते हैं? क्या केवल लोकडाउन से ही कोरोना का खातमा हो सकता है? क्या गारंटी है कि लोकडाउन से कोरोना का वायरस शत - प्रतिशत समाप्त हो जायेगा।
आइये देखते हैं कि विश्व के विद्वानों की राय और मेरा खुद का ओपिनियन क्या है इस पर ?
21 दिन का लोकडाउन---
आज हमारे देश के प्रधानमंत्री जी द्वारा 21 दिन का लोकडाउन किया गया है ये कदम कोरोना को रोकने के लिए बिल्कुल सराहनीय और सही है । दोस्तो, 21 दिन के लोकडाउन से हम संक्रमित लोगो को पकड़ तो सकते हैं और उनका इलाज भी कर सकते हैं, परन्तु यदि 21 दिन के लोकडाउन के बावजूद भी इस वायरस को रोकने मे नाकाम रहे तो आगे का मंज़र इससे भी कहीं ज्यादा खौफ़नाक हो सकता है। चूंकि यह वायरस मैटल या किसी वस्तु पे लगने के बाद भी हमारे हाथ पे लगने के बाद मुँह, आँख और नाक के रास्ते से हमारे शरीर मे प्रवेश करता है तो इस आधार पे लोगो को तो हम पकड़ कर बचा सकते हैं, परन्तु कहीं ना कहीं उसके स्पोट या निशान रह जायेंगें जो हमे बाद मे परेशान कर सकते हैं।
तो इस प्रकार 21 के दिन के लोकडाउन के अन्तर्गत भारत को क्या करना पड़ेगा। कैसे 21 दिन के समय को यूज करना है सरकार को? क्या वो तैयारी हो सकती है समझिये-
1. (Build Hospitals) हॉस्पिटल बनाना---
आज 21 दिन के लोकडाउन का सरकार सिर्फ अच्छे कामो को लिये प्रयोग कर सकती है । इनमे से एक है कि सरकार को ज्यादा हॉस्पिटल बनाने पडेंगे।
ज्यादा बैड डालने पडेंगे क्योकि 21 दिन बाद जैसे भारत खुलेगा तब फिर से वायरस फैल सकता है चूंकि यह दर बहुँत तेज हो सकती है इसलिये हमे बहुँत सारे बैड तैयार करने पडेंगे। आज चीन मेडिकल के क्षेत्र मे भारत से बहुँत आगे है फिर भी उसे बहुँत सारे हॉस्पिटल बनाने पड़े। चीन ने रातो रात 16 हॉस्पिटल बना लिये थे जिनमे लगभग 13,000 बैड की क्षमता थी और लगभग एकसाथ 12,000 लोगो का एक साथ इलाज भी किया गया।
(Hospital in China) (Pic Source- Google)
तो भारत को चीन से सीख लेनी पड़ेगी कि इतनी अच्छी डाॅक्टर की टीम, इतना सारा स्टाफ होने की बजह से ही 5th स्टेज मे कोरोना को मात दे दी।
अमेरिका ने खूले मे ही टेन्ट लगाकर और बैड बिक्षाकर हॉस्पिटल तैयार कर लिये।
(Hospital in China)
इटली ने भी जहाँ ज्यादा मामले दिखाई दिये वहीं पर हॉस्पिटल बनाने शुरू कर दिये।
तो भारत को इसके लिये तैयार रहना पड़ेगा। डाॅक्टर बढाने पडेंगे, नर्स स्टाफ बढाना पड़ेगा और सबकी अच्छे से ट्रेनिंग करानी पड़ेगी।
इन सबके बाद बहुँत सारे बैड वाले हॉस्पीटल बनाने पड़ेगे जिससे भविष्य मे सभी को आसानी से कोरोनटाईन किया जा सके।
2.Ventilators (वेंटिलेटर)---
कभी-कभी हमने सुना होगा कि किसी मरीज को वेंटिलेटर मे रखा गया है। जी हाँ ये वहीं वेंटिलेटर है। क्या होता है ये ?
दरअसल यह एक प्रकार उपकरण होता है जो मरीज को इमरजेन्सी मे ऑक्सीजन आदि की आपूर्ति करता है।
इसकी हमारे देश को बहुँत जरूरत पड़ेगी । चूंकि कोविड-19 बिमारी मे साँस फूलने की समस्या ज्यादा बढ जाती है जिससे उसको वेंटिलेटर मे रखा जाता है और यह उपकरण फेफड़ों मे ऑक्सीजन की आपूर्ति करा देता है जिससे मरीज लम्बे समय तक जीवित रह सकता है।
(Ventilator)
हमे चीन से सीख लेनी चाहिए कि एक समय था 3rd स्टेज मे जब चीन मे एक-एक दिन मे बीस- बीस हजार केस आए थे, तो इतने सारे लोगो को एक साथ वेंटिलेटर देना अपने आप मे महाभारत था फिर भी उन्होंने कोशिश की। आज उनके पास इतने वेंटिलेटर हैं कि वो दूसरें देशो को सप्लाई कर रहे हैं।
आज इटली की भी इतनी बुरी दशा है कि वहाँ की सरकार ने उत्तरी इटली के लिये बोल दिया कि 60 वर्ष से ऊपर वालो को वेंटिलेटर नहीं मिलेगा।
( Ventilator in China)
आज के समय मे सबसे ज्यादा केस लगभग एक लाख इटली से आ रहे हैं और प्रति दिन 500-600 से ज्यादा लोग मर रहें हैं क्यो? क्योकि उनके पास वेंटिलेटर नहीं बचे हैं। प्रति दिन केश ही इतने आ रहे हैं।
तो देख लिजिये मेडिकल के क्षेत्र मे दूनियाँ मे दूसरे नम्बर के देश इटली की ये हालत है, सबको वहां पे वेंटिलेटर भी नशीब नहीं हो रहें हैं।
अतः भारत के हालात तो इटली से बहुँत कमजोर है। तो भारत को सबसे पहले वेंटिलेटर बढाने पडेंगे और इसके साथ-साथ सभी स्टाफ को इन वेंटिलेटर को 24×7 घन्टे यूज भी करने आने चाहिए। सभी स्टाफ को अच्छे से ट्रेनिंग देनी पड़ेगी।
3.(Personal Protective Equipment ) (PPE) --स्वयं के बचाव के उपकरण----
इसको शोर्ट मे PPE भी बोलते हैं यह शब्द अभी ट्वीटर पे ट्रेडं भी कर रहा था । क्या है ये?
दरअसल जो डाॅक्टर और स्टाफ कोरोना वायरस वाले मरीजो का इलाज करते हैं तो उनको खुद के बचाव के लिये कुछ उपकरण दिये जातें हैंं जैसे- एपरेन ( Dress), हाथ के दस्ताने, सैनेटाईजर मास्क, आँखो पे लगाने वाला चस्मा और हाथ धोने के लिये सैनेटाईजर आदि।
( Staff with PPE )
तो ये सारे उपकरण हर स्टाफ पर आवश्यक मात्रा मे होने चाहिए।
कभी-कभी हम देख रहे हैं जो डाॅक्टर मरीज का इलाज कर रहे है उन्ही मे कोरोना वायरस फैल जा रहा है। आज विश्व मे लगभग 1000 से ज्यादा डाॅक्टर और स्टाफ ही कोरोना से संक्रमित हो गये हैं वो भी सिर्फ PPE की आवश्यक मात्रा ना होने पर।
जिनमे से लगभग 50 डाॅक्टर और नर्स की मोत हो चुकी है।
चूंकि उपकरण कम होने की वजह से डॉक्टर उन्ही उपकरणों को बार-बार यूज कर रहे हैं जो खतरनाक हो सकता है और कभी-कभी तो बिना इनके भी काम कर रहे हैं।
तो आज भारत को इस बात पे घोर करना होगा कि क्या स्वयं के बचाव के उपकरण हमारे पास आवश्यक मात्रा मे हैंं या नहीं। हमारे यहाँ इनकी बहुँत कमी है। अभी कुछ ही दिन पहले एक रिपोर्ट मे ओल इंडिया अस्पताल दिल्ली के एक डाॅक्टर ने भारत सरकार से विनती की है कि हमे पर्याप्त मात्रा मे PPE उपलब्ध करायें जायें। जिससे डाॅक्टर और स्टाफ संक्रमित ना हो सके।
5. टैस्ट (Checkup) ---
ये सबसे जरूरी फैक्टर है। जितने ज्यादा प्रति दिन टेस्ट होंगे उतनी जल्दी इस बिमारी पे पकड़ बनेगी।
दक्षिण कोरिया मे चीन के बाद सबसे तेजी से यह वायरस फैला था पर उन्होंने टैस्ट किट की बजह से एक-एक दिन मे कई-कई हजार टेस्ट किये जिससे दक्षिण कोरिया ने इससे जल्दी निजात पा ली।
(Chechup Kit )
रूस ने भी यही किया उसने भी अपनी टैस्ट करने की स्पीड बढाई और एक दिन मे दस से बीस हजार लोगो का टेस्ट किया। आज उसने भी पूरी तरह से पकड़ बना ली है।
भारत को इन देशो से सीख लेनी पड़ेगी और ज्यादा से ज्यादा किट द्वारा लोगो का टैस्ट करना पड़ेग।
जितने ज्यादा लोगो का टैस्ट होगा उतना ही इस बिमारी के फैलने के चांस कम होगें।
इस बिमारी का 3-4 दिन तक कुछ पता नहीं लगता है और संक्रमित व्यक्ति इतने दिन मे बहुँत सारे लोगो से मिल लेता है। तो एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर इस बिमारी को जड़ से खतम करना है तो बहुँत तेजी से टेस्ट करने पडेंगे।
6. Isolation ward ( एकान्तपन वाले वार्ड )--
जिन देशो ने कोरोना वायरस को फैलने से काफी हद तक रोक लिया है। उन्होंने बहुँत ज्यादा और बहुँत तेजी से आइसोलेशन वार्ड बनाये।
चीन मे आज कोई नया लोकल केस नहीं आ रहा है।
क्योकि उसने जहाँ पे ज्यादा संक्रमित लोग मिले वहीं पे आइसोलेशन वार्ड बना दिये और वहीं पर उनका इलाज करना शुरु कर दिया।
(Isolation Ward)
इटली भी यही कर रहा अब। अमेरिका भी यही कर रहा। भारत ने भी कुछ आइसोलेशन वार्ड बना लिये हैं पर अभी इससे भी ज्यादा बनाने पडेंगे। जहाँ भी कोई व्यक्ति संक्रमित मिले वहीं पे वार्ड बनाने पडेंगे।
# सीख (Lession )--
आज दुनिया की बर्बादी से हमे सीखना पड़ेग। हमे ये देखना पड़ेगा कि कहाँ किस देश ने क्या कमी की और हम उसे कैसे सुधार सकते हैं।
चूंकि हमारे पास चीन, अमेरिका, स्पेन, इटली आदि देशो जैसी मेडिकल सुविधा नहीं है, जब इन देशो का इतना बुरा हाल हो रहा तो हमारा क्या होगा ? ये कोई नहीं जानता है।
तो कोरोना वायरस को रोकने के लिये जरूरत है ठोस कदम उठाने की। अपनी व्यवस्था सुधारने की।
लोकडाउन करने से कोरोना को भगाने की शुरुआत तो हो गई है परन्तु यह सरकार के लिये एकमात्र उपाय नहीं है।
ये लोकडाउन प्रत्येक नागरिक के बचाव के लिये तो पर राष्ट्रीय मुद्दे से देखें तो अभी इससे और ज्यादा कड़े कदम उठाने की जरूरत है और वो सब सम्भव है इन्ही 21 दिन मे।
अतः सभी नागरिक अगर जीवन चाहते हैं तो कृपया अपने घर पे रहे। क्योकि वायरस की फैलने की चेन को तोड़ना आवश्यक है वो हम तभी कर सकते हैं जब हम घर पे रहेंगे।
कोरोना का मतलब भी यही है---
को- कोई
रो- रोड पर
ना- ना निकले।
इस प्रकार जानकारी अगर अच्छी लगी तो सभी ग्रुप मे सेयर कर देना और अपने कमंट भी जरूर साझा करे और कोई सुझाव हो तो हमें जरूर बताये।
धन निरंकार जी।
धन्यवाद।
Dhan nirankar ji
ReplyDeleteHOW I GOT BACK MY MAN WITHIN 24 HOURS WITH THE HELP OF DR JUMBA +1 908 517 4108 ..
DeleteI want to let the world know about Dr. Jumba, the Great spell caster that brought back my husband to me when I thought all hope was lost. Dr,Jumba used his powerful spell to put a smile on my face by bringing back my man with his spell, at first i thought i was dreaming when my husband came back to me on his knees begging me to forgive him and accept him back and ever since then he loves me more than i ever expected so i made a vow to myself that i will let the World know about Dr, Jumba because he is a God on earth. Do you have problems in your relationship ? Has your partner broke up with you and you still love and want him back ? Do you have problems with your marriage ? or do you need help of any kind then contact Dr, Jumba today for i give you 100% guarantee that he will help you just as he helped me. Dr, Jumba email is: wiccalovespelltools@gmail.com OR whatsapp via: +19085174108
DR JUMBA WEBSITE : http://drjumbaspellhome.wordpress.com
Thanks for this post click here for more nirankari mandal.
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